Tuesday, 16 January 2018

फेंग शुई में पंच तत्वों का महत्व


फेंग शुई पांच तत्वों के संतुलन पर आधारित है, क्योंकि ब्रह्मांड की प्रत्येक वस्तु का निर्माण इन्ही पांच महाभूत तत्वों से हुआ है।

चीन देश के व्यक्तियों की जन्म कुंडली भी इन्ही पांच तत्वों का मिश्रण है, इसलिए फेंग शुई में जन्म वर्ष से भी चीनी ज्योतिष के अनुसार का महत्वपूर्ण तत्व निकाला जाता है और यही तत्व 'ची' ऊर्जा उत्पत्ति के पांच विभिन्न रूपों को दर्शाता है।

चीनी ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति का जन्म वर्ष यह निर्धारित करता है कि उसके लिए कौन सा तत्व महत्वपूर्ण है? फेंग शुई में ये पांच तत्व हैं - १) काष्ठ (लकड़ी)   २) अग्नि   ३) पृथ्वी   ४) धातु और   ५) जल।

उपर्युक्त तत्वों को विभिन्न प्रकार से संजोया जाता है। ये पांचों तत्व एक निश्चित क्रम से आगे बढ़ते है, जिसे उत्पादन चक्र कहते हैं। इस उत्पादन चक्र के अनुसार प्रत्येक तत्व एक दूसरे की मदद करता है तथा अपने साथ साथ आस-पास के तत्वों का भी पोषण करता है। इसे निम्न प्रकार से समझा जा सकता है।

जैसे काष्ठ अर्थात लकड़ी जला कर अग्नि उत्पन्न करती है, अग्नि राख का निर्माण करती है जिससे पृथ्वी की रचना होती है।  पृथ्वी से धातुओं की प्राप्ति होती है और धातु गल कर द्रव्य का निर्माण करती है, वही द्रव्य जल को जन्म देता है और अंत में जल से काष्ठ (वनस्पति) की उत्पत्ति होती है।


इस प्रकार इस ब्रह्मांड ऊर्जा का चक्र निरंतर चलता रहता है। इसके साथ ही इन पंच तत्वीं का अपना एक निश्चित आकार होता है। उदाहरण स्वरूप अग्नि त्रिभुजाकार होती है, पृथ्वी वर्गाकार होती है तथा धातु वृताकार होती है, जबकि जल समतल रूप से सर्पिल के स्वरूप जैसा होता है और काष्ठ भी खड़े रूप से आयताकार होता है। फेंग शुई विशेषज्ञ किसी विशेष उद्देश्य से बनाये जाने वाले भवन में इसका उपयोग करते हैं जबकि वित्तीय परियोजनाओं से सम्बंधित भवनों को धातु का आकार दिया जाता है।
उदाहरण स्वरूप उत्पादन चक्र को निम्न प्रकार से दर्शाया गया है ---



फेंग शुई में विनाश चक्र उपर्युक्त चक्र से विपरीत कार्य करता है। जैसे अग्नि धातु को गलाकर नष्ट कर देती है और धातु काष्ठ को नष्ट कर देती है अर्थात उसे काटकर छिन्न भिन्न कर देती है। काष्ठ जल के साथ-साथ पृथ्वी के पोषक तत्वों को सोखकर पृथ्वी को नष्ट (बंजर) कर देता है तथा पृथ्वी जल को बांधती है और जल अग्नि बुझाता हुआ उसे शांत कर देता है, इसे निम्न प्रकार से दर्शाया गया है ---












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