3. मनपसंद जीवन साथी :
अविवाहित युवतियों द्वारा चन्द्रमा के प्रकाश में क्रियाशील किए गए दिल को धारण करने से उनका विवाह जल्दी हो जाता है और उनके विवाह संबंधी बाधाएं स्वयं ही समाप्त हो जाती है क्रिस्टल अथवा अन्य कीमती रत्नो के बने दिल के आकार कप प्रयोग में लेन से पहले ऊर्जामय बनाना आवश्यक होता है। इसलिए पूर्णिमा की रात्रि को दिल के आकार के प्रतीकों को लगातार तीन रातों तक चन्द्रमा के प्रकाश में सक्रीय होने के लिए रखना चाहिए. इसके बाद उन्हें शयन कक्ष के तकिए के निचे रखें या गले में धारण कर लें। इनमे विवाह के देवता चन्द्रमा अपनी शुभ ऊर्जा भरके वैवाहिक जीवन को सुख-शांति से ऊर्जामय करके वैवाहिक जीवन को सुख-शांति, प्रेम एवं सामंजस्य से भर देता है।
6. उत्साहपूर्ण जीवन के लिए :
विश्व में दिल (ह्रदय) के आकार के वास्तु को प्रेम के प्रतिक के रूप में माना जाता है। अत: दिल के आकार के क्रिस्टल को बनवाकर गले में टांगने से विवाह एवं पारिवारिक भाग्य के रूप में अत्यधिक सफलता मिलती है। मेरे अनुभव के अनुसार लाल मूंगे के बने दिल के आकार गले में धारण कर स्त्रियों को मनपसंद जीवन साथी के रूप में अच्छा पति मिलता है।
4. स्थायी वैवाहिक प्रेम के लिए :
फेंग शुई के अनुसार क्रिस्टल, रोज क्वार्ट्ज एवं अन्य रत्नो को दिल के आकार में पहनने से अथवा शयन कक्ष में रखने या उपहार देने से वैवाहिक प्रेम स्थायी हो जाता है। नीले या हरे रंग के बने दिल के आकार शुभ एवं श्रेष्ठ नहीं माने जाते। यहाँ तक कि नीले दिल के आकार गले में धारण करने वालों का प्रेम अधिक दिनों तक नहीं चल पाता तथा शीध्र ही उनके प्रेम में दरार पड़ जाती है।
5. शीघ्र विवाह के लिए :
अविवाहित युवतियों द्वारा चन्द्रमा के प्रकाश में क्रियाशील किए गए दिल को धारण करने से उनका विवाह जल्दी हो जाता है और उनके विवाह संबंधी बाधाएं स्वयं ही समाप्त हो जाती है क्रिस्टल अथवा अन्य कीमती रत्नो के बने दिल के आकार कप प्रयोग में लेन से पहले ऊर्जामय बनाना आवश्यक होता है। इसलिए पूर्णिमा की रात्रि को दिल के आकार के प्रतीकों को लगातार तीन रातों तक चन्द्रमा के प्रकाश में सक्रीय होने के लिए रखना चाहिए. इसके बाद उन्हें शयन कक्ष के तकिए के निचे रखें या गले में धारण कर लें। इनमे विवाह के देवता चन्द्रमा अपनी शुभ ऊर्जा भरके वैवाहिक जीवन को सुख-शांति से ऊर्जामय करके वैवाहिक जीवन को सुख-शांति, प्रेम एवं सामंजस्य से भर देता है।
6. उत्साहपूर्ण जीवन के लिए :
भवन में वास्तु दोष होने से प्रेम संबंधो में नीरसता आने लगाती है। अत: उत्साह एवं क्रियाशीलता लाने के लिए भवन (आवास) में पवन घंटियां लगानी चाहिए। फेंग शुई के अनुसार छह छड़ों की पवन घंटियां लगानी चाहिए। भवन के कक्षों में पंखे इस तरह से लगाएं कि घंटियां समय समय पर बजती रहें। उत्तर-पश्चिम कोण को अधिक सक्रीय बनाने के लिए वायव्य कोण में हल्के संगीत की व्यवस्था करनी चाहिए।
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