
1. पारिवारिक प्रेम व सुख शांति :
फेंग शुई में कमल के फूल को अत्यंत पवित्र माना गया है और इसे अनेक धार्मिक एवं भावनात्मक मान्यताओं से जोड़ा गया है। बौद्ध के अनुसार महात्मा बुद्ध ने कमल को पवित्र मानकर ग्रहण किया। भारतीय धर्म ग्रंथो में भी कमल के पुष्प को प्रजापति ब्रह्मा का जनक मानकर पवित्र माना गया है। विद्या की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती एवं पालनकर्ता महालक्ष्मी भी कमल पर विराजमान रहती है। मेरे अनुभव के अनुसार कमल के पुष्प को प्रेम का प्रतीक मानकर शयन कक्ष में सजाना शुभ होता है जबकि अन्य ताजे पुष्प एवं उनके गुलदस्ते शयन कक्ष में नहीं रखना चाहिए। कमल के फूल प्रेम, शांति एवं संतोष में वृद्धि करने वाले, परिवार के सदस्यों में सामंजस्य बनाने वाले, परिवार के सदस्यों में आपसी विश्वास बढ़ाने वाले साक्षात् भगवान बुद्ध के सामान होते है, इसलिए बौद्ध में दीक्षित बौद्ध कमल के पुष्पों के आसन ग्रहण कर शिक्षित एवं दीक्षित होते हैं। इस पर शयन कक्ष में कमल का पुष्प शक्तिशाली "ची" ऊर्जा का प्रवाह सतत् रूप से रखता है जिससे परिवार में पति-पत्नी का दांपत्य जीवन सुखमय हो जाता है।
2. परिवार में प्रेममय वातावरण :

फेंग शुई के नियमानुसार बच्चों के जन्मदिन पर रोज क्वार्ट्ज के बॉल उपहार में देनी चाहिए, इससे पूरे परिवार में सुख-शांति एवं प्रेममय वातावरण बनता है। बच्चों के जन्मदिन पर लाल रंग के वस्त्र, सोने के सिक्के, नीले लैम्प एवं खिलौने देने चाहिए। इससे देने वाले एवं लेने वाले दोनों ही परिवारों में प्रेम, सामंजस्य एवं सुख-शांति बानी रहती है, जन्मदिन पर प्राय: अनेक मेहमान आते है जो अपने साथ शुभ "ची" ऊर्जा को शुभकामनाओं एवं उपहारों के रूप में लाते हैं, इसलिए प्रति वर्ष अपने बच्चों का जन्मदिन बड़ी ही धूमधाम से मनाना चाहिए। प्रेमी-प्रेमिका एवं पति-पत्नी को भी अपना जन्मदिन परस्पर रोज क्वार्ट्ज की बॉल अथवा क्रिस्टल के हृदय बनाकर उपहार में आदान प्रदान करने चाहिए। इससे उनका प्रेम एवं दाम्पत्य जीवन मजबूत होता है।
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