14 . तनावपूर्ण पारिवारिक वातावरण से मुक्ति :

पति-पत्नी के संबंध असामान्य होने से लड़ाई-झगड़े, तनाव एवं निराशा का जो वातावरण भवन में बना होता है, फेंग शुई के सिद्धांत अपनाकर उस वातावरण से छुटकारा पाया जा सकता है और भवन (आवास) का वातावरण सरल एवं सामान्य बनाकर दाम्पत्य जीवन को फिर से मधुर बनाया जा सकता है। उत्तर दिशा की शुद्धि के लिए एक पात्र में पानी लेकर थोड़ा केसर घोले। फिर उस पात्र को लेकर घड़ी की तरह घूमते हुए उसके जल को उत्तर दिशा में स्थित कक्षों में छिड़क दें। दक्षिण दिशा की शुद्धि के लिए तीन मोमबत्तियां जलाकर दक्षिण दिशा में रखें। पश्चिम एवं वायव्य कोण की शुद्धि के लिए एक कटोरे में सोने या चांदी के सिक्के भरकर इन क्षेत्र में रख दें। पूर्व दिशा एवं आग्नेय कोणीय दिशा की शुद्धि के लिए सात प्रकार के फूलों की पत्तियों को इन दिशाओं में रखें। ईशाण कोण एवं नैऋत्य कोण की शुद्धि के लिए नदी या समुद्र की मिट्टी लगाकर, अगरबत्तियां जलाकर जब राख निकले उसे मिट्टी में मिला कर ईशाण कोण एवं नैऋत्य कोण में डाले। ये सभी चीजें चौबीस (२४) घंटे तक रखें। इसके बाद मिट्टी एवं फूलों को सदी या समुद्र में प्रवाहित कर दे तथा रखकर प्रतिदिन पूजा करें। इससे भवन के सभी भागों को ऊर्जामय बनाकर आप सुखमय जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
15 . मधुर दाम्पत्य जीवन :

फेंग शुई के अनुसार शयन कक्ष में टेलीविजन सेट अपनी अत्यधिक 'यांग' ऊर्जा के प्रभाव के कारण पति-पत्नी के सम्बन्धो में कड़वाहट भर देते है, क्योंकि टेलीविजन को स्क्रीन बंद होने की स्थिति में पलंग को दर्पण के भांति परावर्तित कराती है। अत: शयन कक्ष में रखे टी.वि. को तुरंत हटा देना चाहिए। यदि ऐसा संभव न हो तो कम-से-कम टी.वि. की स्क्रीन को परदे या कवर से अवश्य ही ढक देना चाहिए, जिससे वह शयन कक्ष को परावर्तित न कर सके। इससे पति-पत्नी का जीवन मधुर होता है।
16 . संबंधो में मजबूती :
फेंग शुई के अनुसार शयन कक्ष में लगा गोल दर्पण संबंधों में मजबूती लाता है और दाम्पत्य जीवन मधुर बनाता है। दर्पण को भूलकर भी पलंग के पैरों की ओर बिलकुल सामने नहीं रखना चाहिए, क्योंकि अंधेरे में अपने प्रतिबन्ब से आप स्वयं डर सकते हैं।
17 . लाभ में वृद्धि :

फेंग शुई के अनुसार दुकान पर अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए दुकान की दीवारों पर बड़े-बड़े दर्पण इस प्रकार से लगाएं कि दुकान का पूरा सामान एवं तिजोरी दर्पण में दिख सके। भूलकर भी दर्पण प्रवेश द्वार के सामने न लगाएं, अन्यथा धन हानि हो सकती है। दुकान के चारों ओर लगे दर्पण दुकान में होने वाले लाभ को दोगुना कर देते है, क्योंकि दर्पण ही दुकान में व्यवसाय की अच्छी सकारात्मक ऊर्जा को अपनी ओर आकर्षित करते है। दुकान में खंबे एवं अलमारियों आदि पर भी दर्पण लगवा देने चाहिए, हो सके तो पूरी दुकान में दर्पण लगवाएं। मात्र प्रवेश द्वार के सम्मुख ही दर्पण ने लगाएं।
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