Friday, 23 February 2018

फेंग शुई के अनुपम सूत्र (71-73)

71 .  भंडार  सफाई जरुरी :

यदि भवन के नैऋत्य (दक्षिण-पश्चिम) कोण में भंडार कक्ष बंद पड़ा हुआ हो अर्थात रूम में ताला लगा हो तो उसे तुरंत खुलवाकर सफाई कराएं और वहां समुचित प्रकाश की व्यवस्था करें। मेरे अनुभव के अनुसार जिन व्यक्तियों के आवास भवनों के भण्डारण कक्षों में ताला पड़ा होता है और उनके भीतर समुचित प्रकाश व्यवस्था नहीं होती उन व्यक्तियों का भविष्य अंधकार में होता है। फेंग शुई के अनुसार ऐसी स्थिति में व्यक्ति का भाग्य भी ताले में बंद होकर अंधकार के कोने में डूबा रहता है। भवन में भंडार कक्ष छोटा होने पर उस भवन के स्वामी के समस्याएं कम होती है जबकि भंडार कक्ष बड़े होने पर उस भवन में रहने वाले व्यक्तियों एवं गृहस्वामी के समस्या उतनी ही बड़ी एवं विकराल होती है। इसलिए इन कष्टों से छुटकारा पाने के लिए भंडार कक्ष में प्रयाप्त प्रकाश की व्यवस्था करनी चाहिए तथा प्रतिदिन भंडार कक्ष की भी अन्य कक्षों की तरह सही ढंग से सफाई करनी चाहिए। भूलकर भी भंडार कक्ष में झाड़ू, कूड़ा-कचरा, बालों के गुच्छे एवं पोछा आदि नहीं रखना चाहिए, तथा भंडार कक्ष में समुचित व्यवस्था करनी चाहिए। 

72 . अग्नि तत्व से लाभ :
मनुष्य के जीवन में प्रकाश अर्थात अग्नि तत्व का विशेष महत्व है। सूर्य की प्रात:कालीन किरणों में विटामिन ए, डी एवं एफ की भरपूर मात्रा होने से यह किरणे जीवनदायिनी एवं लाभकारी होती है। सूर्य की किरणे पृथ्वी को अपने इंद्रधनुषी सप्तरंगों से हरा-भरा करती रहती है। उसी प्रकार कृतिम प्रकाश की किरणे भी मनुष्य के जीवन को काफी सीमा तक प्रभावित करती है। फेंग शुई के अनुसार वैवाहिक जीवन को प्रेम एवं रोमांस से ओत-प्रोत बनाए रखने के लिए भवन के बगीचे के दक्षिण-पश्चिम कोण में एक खम्भे पर तेज प्रकाशित बल्ब लगाकर उसके ऊपर पीले रंग का गोल लैम्प शेड लगाएं। इस प्रकार यह पृथ्वी की ऊर्जा को अधिक सक्रीय बना देता है, जिससे पति पत्नी के मध्य प्रेम की ज्वाला आजीवन सक्रीय रहती है। इससे भवन में रहने वाले यूवा लड़के एवं लड़कियों के मध्य अपने जीवन साथी के विषय में गंभीर एवं स्पष्ट धारणाएं जन्म लेती रहती है। दक्षिण-पश्चिम कोण में लगा प्रकाश का बल्ब भवन के भीतर हो अथवा बाहर, अवश्य ही परिवार एवं वैवाहिक भाग्य पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।

73. भाग्यवर्धक हंसो का जोड़ा :
फेंग शुई के अनुसार विवाहित जीवन में प्रेम एवं स्थायित्व के लिए हंस के जोड़े को बहुत ही भाग्यशाली माना जाता है। जो भी नवयुवक एवं नवयौवना अभी-अभी प्रेम रूपी विवाह की ग्रंथियों में बंधे हुए है उन्हें अवश्य हो मैंडेरिन बत्तखों का जोड़ा रखना चाहिए। हंसो को सकारात्मक शुभ 'यांग' ऊर्जा का प्रवाहक माना  गया है, इसलिए प्रेम के भविष्य को सुन्दर एवं बेहतरीन बनाने के लिए हंसो के युगल (नर एवं मादा के जोड़े) चित्रों को लगाना चाहिए। 

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